हमारीवाणी दिशा-निर्देश

हमारीवाणी पर प्रकाशित होने वाली ब्लॉग-पोस्ट / टिप्पणियों में निम्नलिखित बिंदु पाए जाने पर बिना किसी पूर्व सूचना के पोस्ट को हटाया जा सकता है अथवा ब्लॉग / ब्लॉग स्वामी की सदस्यता को निलंबित  / निरस्त किया जा सकता है।

  1. धर्म / जाति / लिंग / समूह / समाज अथवा व्यक्ति विशेष इत्यादि को अपमानित करने के उद्देश्य से लिखी गई पोस्ट अथवा टिप्पणियाँ पाए जाने पर।
  2. अपशब्द / यौनिक गालियों का प्रयोग होने पर।
  3. एक ही कंटेंट वाली पोस्ट 12 घंटे से पहले दुबारा प्रकाशित होने पर।
  4. हिंसात्मक शब्दों के प्रयोग होने पर।
  5. राष्ट्रद्रोह से जुड़े कंटेंट पर।
  6. माननीय न्यायलय  अथवा  माननीय राष्ट्रपति जैसी राष्ट्र की सर्वोच्च संस्थाओं के विरुद्ध  झूठे / दुर्भावनापूर्वक लिखे कंटेंट पर।

हमारीवाणी एक भारतीय मंच है, जिसका ध्येय हिंदी तथा अन्य भारतीय भाषाओँ के प्रचार-प्रसार के साथ-साथ उपयोगकर्ताओं के लिए एक ऐसा मंच उपलब्ध कराना है जो कि व्यावहारिक और आसान हो। इस मंच के द्वारा हिंदी ब्लॉग लेखन को एक नई सोच के साथ प्रोत्साहित किया जा रहा है, साथ ही लेखकों की भावनाओं का पूरा ध्यान रखते हुए लेखन से सम्बंधित सभी आवश्यकताओ का ध्यान रखे जाने का ध्येय है। हमारीवाणी प्रत्येक भारतवासी को बिना किसी क्षेत्र, भाषा, धर्म, लिंग इत्यादि में भेदभाव किये सबको एक जैसी सुविधाएँ उपलब्ध करता है।

हमारीवाणी एक सामूहिक मंच है इसलिए ब्लॉग लेखकों को सामाजिक जिम्मेदारियों का निर्वाह भी करना चाहिए. अगर आप एक व्यक्तिगत / सामूहिक ब्लॉग स्वामी हैं तो आपको यह भी ध्यान देना आवश्यक है कि आपके ब्लॉग पर किसी भी यूज़र के द्वारा किसी धर्म / जाती / लिंग अथवा व्यक्ति विशेष को अपमानित करने के उद्देश्य से दुर्भावनापूर्ण पोस्ट नहीं लिखी जाए। साथ ही पोस्ट में अपशब्द / यौनिक गालियों का प्रयोग भी नहीं किया जाए। ऐसे किसी भी ब्लॉग की उक्त पोस्ट अथवा सदस्यता को टीम हमारीवाणी द्वारा कभी भी बिना सूचना के निलंबित किया जा सकता है।

सभी व्यक्तिगत / सामूहिक ब्लॉग स्वामियों से अनुरोध है कि किसी भी पोस्ट को दुबारा किसी और ब्लॉग पर प्रकाशित करने में कम से कम 12 घंटे का अंतराल रखें। एक ही पोस्ट एक साथ कई ब्लॉग्स पर प्रकाशित न करें। हमारा प्रयास है कि सभी ब्लॉग लेखकों को बराबर सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं। क्योंकि मुख्य प्रष्ट पर सीमित संख्या में ही पोस्ट दर्शाई जा सकती हैं, इसलिए इस तरह एक ही पोस्ट को अलग-अलग ब्लॉग पर एक ही समय में प्रकाशित करने से अन्य ब्लॉग लेखकों के अधिकार का हनन होता है। ऐसा करना सुविधाओं का दुरूपयोग है तथा बार-बार ऐसा करने वाले ब्लॉग्स की पोस्ट अथवा सदस्यता को टीम हमारीवाणी द्वारा कभी भी निलंबित किया जा सकता है। टीम हमारीवाणी भविष्य में किसी भी ब्लॉग-पोस्ट के प्रकाशन को रोकने या हटाने का पूर्णत: अधिकार रखती है।

सभी उपयोगकर्ताओं के लिए यह जानना आवश्यक है कि हर समय सभी पोस्ट पर नज़र रखा जाना संभव नहीं है। इसलिए किसी ब्लॉग-पोस्ट के खिलाफ शिकायत मिलने तथा शिकायत में वास्तविकता पाए जाने पर ही "टीम हमारीवाणी" के लिए उक्त पोस्ट अथवा ब्लॉग पर कार्यवाही करना संभव है, अत: ऐसी किसी भी पोस्ट के आने पर तुरंत अपनी शिकायत दर्ज करें।

हमारीवाणी के मुख्य प्रष्ट पर "आपकी राय" नाम से कॉलम बनाया हुआ है, सभी उपयोगकर्ताओं से निवेदन है कि कृपया किसी भी प्रकार की शिकायत / सुझाव / प्रश्न को उसी कॉलम पर क्लिक करके हमें भेजें। ईमेल से भेजी गई शिकायत / सुझाव / प्रश्न पर ध्यान दिया जाना संभव नहीं है।

हमें आशा ही नहीं पूरा भरोसा है कि आप सब के प्यार और सहयोग से हमारीवाणी अपने नाम के अनुरूप सब की आवाज़ को सम्मान देते हुए एक सशक्त मंच बनेगा।


नोट: भारत सरकार की नई आईटी पॉलिसी के तहत इंटरनेट पर किसी संस्था / व्यक्ति / धर्म  / जाति / समाज  इत्यादि के खिलाफ घृणास्पद अथवा मिथ्या आरोप लगाने वाले लेख / कमेंट लिखना प्रतिबंधित कर दिया गया है। यदि किसी लेख / ब्लॉग की भाषा पर आपत्ति पाई जाती है तो उसकी जिम्मेदारी पूरी तरह ब्लॉग / पोस्ट लेखक की होगी।






सहयोग की आशा के साथ!

टीम हमारीवाणी

दूसरी वर्षगाँठ पर सभी ब्लागरों तथा पाठकों का हार्दिक अभिनन्दन!


हमारीवाणी एक संघर्ष का नाम है, हिंदी तथा अन्य भारतीय भाषाओँ तथा भारत के लोगो की आवाज़ को एक मंच देने का। हमारीवाणी का ध्येय हिंदी तथा अन्य भारतीय भाषाओँ के प्रचार-प्रसार के साथ-साथ उपयोगकर्ताओं के लिए एक ऐसा मंच उपलब्ध कराना है जो कि व्यावहारिक और आसान हो। हमारा प्रयास इस मंच के द्वारा ब्लॉग लेखन को एक नई सोच के साथ प्रोत्साहित करना है। समय के साथ होने वाले तकनीकी परिवर्तनों के अनुसार लेखकों तथा पाठकों की भावनाओं का पूरा ध्यान रखते हुए, सभी सम्बंधित आवश्यकताओ को पूरा करने के लिए हमारीवाणी टीम सदैव प्रयासरत है। समय-समय पर अनेकों उपयोगकर्ता भी अपनी बहुमूल्य राय देते रहे हैं और उम्मीद है कि भविष्य में भी आप सभी इसी तरह सहयोग देते रहेंगे।

इस संघर्ष पर कार्य जून 2010 में शुरू हुआ और अथक प्रयास से दो वर्ष पहले आज ही के दिन इसका शुभारम्भ हुआ, तब से आज तक बहुत से उतार-चढ़ाव आये, परन्तु अत्यंत हर्ष की बात यह है कि आप लोगो का स्नेह बना रहा और टीम हमारीवाणी उम्मीद करती है कि सदैव बना रहेगा।

अभी भी इसमें तकनिकी सुधारों की काफी जगह है, अगर आपमें से कोई भी तकनिकी स्तर पर हमारी सहायता करना चाहता है तो हमसे संपर्क कर सकता है।


हमारीवाणी अपनी दूसरी वर्षगाँठ पर सभी ब्लागरों तथा पाठकों का हार्दिक अभिनन्दन करता है!