हिंदी ब्लॉग लेखकों से आग्रह - हमारीवाणी.कॉम

हिंदी ब्लॉग लेखकों का अपना ब्लॉग संकलक हमारीवाणी अभी साज-सज्जा की अवस्था पर है, इसलिए इसके फीचर्स पर संदेह करना उचित नहीं है. यह आपका अपना ब्लॉग संकलक है इसलिए यह कैसा दिखना चाहिए, कैसे चलना चाहिए, इन जैसी सभी बातों का फैसला ब्लॉग लेखकों की इच्छाओं के अनुसार ही होगा.

Feedcluster संस्करण के समय प्राप्त हुए ब्लॉग जोड़ने के आवेदनों को नए संस्करण में जोड़ने में आ रही समस्याओं को ध्यान में रखते हुए हमारीवाणी के पूर्णत: बनने की प्रक्रिया के बीच में ही आप लोगों के सामने रखने का फैसला किया गया था.

अगर आप अपना कोई भी सुझाव देना चाहते हैं तो यहाँ दे सकते हैं अथवा "संपर्क करें" पर चटका (click) लगा कर हमें सीधें भेज सकते हैं. आपके हर सुझाव पर विचार किया जाएगा.

धन्यवाद!

हमारीवाणी टीम

23 टिप्‍पणियां:

  1. हमें आपकी क़ाबलियत और कार्य प्रणाली पर भरोसा है । आशा है आप विवादस्पद विषयों से बचकर ब्लॉग जगत की सेवा करते रहेंगे । प्रथम प्रयास अच्छा लगा । बधाई और शुभकामनायें ।

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  2. उम्मीद है निश्चित तौर पर 'हमारीवाणी' हमारी वाणी बनेगी

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  3. प्रथम प्रयास अच्छा लगा, बधाई और शुभकामनायें.

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  4. सबसे पहले मेरे ब्लॉग को जोड़ने के लिए धन्यवाद
    हुजुर आपकी महरबानी आशा करता हु सभी ब्लागरों को इसकी ख़ुशी होगी
    मैंने भी हमारीवाणी के स्वागत और अपने अनुभव पर एक पोस्ट बनाई है

    http://pareesthiti.blogspot.com/2010/07/blog-post_20.html

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  5. मित्र, सर्वर बहुत धीमा है. शेष... ढेरों शुभकामनाएं.

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  6. एक अच्छा प्रयास और सराहनीय कदम.

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  7. इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.

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  8. डॉ टी एस दराल जी...
    से सहमत

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  9. संदेह कैसे करेंगे। अभी तो पूरी देह नहीं बना पाए हैं आप। देहरी बन जाए तो देह नजर आए फिर उसकी दहकन। संदेह का कोई नाम नहीं है, विश्‍वास का नया आयाम बने हमारीवाणी। यही शुभकामनाएं हैं।

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  10. @हमारी वाणी
    हमने आपको आगाह किया था ब्लागवाणी के साथ पूर्व की समस्याओं को देखते हुए। करना न करना आपकी मर्जी है। हम तो यहीं चाहते है कि जब आपने हमारी वाणी प्रारंभ कर दिया तो सुचारु रुप से चले। निर्विवादित होकर।
    हमारी शुभकामनाएं आपके साथ हैं।
    आभार

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  11. @'हमारीवाणी' से हमने भी अपनी बात रखी थी कि उसे ब्‍लागिंग को फिर से जिन्‍दा करना है
    विवाद ढके छूपे नियमों से होते हैं

    एग्रीगेटर ही बनना, एग्री कटर न बनना

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  12. ब्लोग्वानी के लुप्तप्राय हो जाने के बाद, हिंदी ब्लॉग जगत में ऐसे संकलक की कमी खाल रही थी. आपका ये प्रयास काफी सराहनीय और तारीफ के काबिल है. कुछ बाते है जिन पर ध्यान देने कि जरुरत है. जैसे सर्वप्रथम तो सर्वर बहुत धीमा है जिसकी वजह से रेस्पोंस टाइम ज्यादा लगता है, दूसरी बात ये कि कई बार नई पोस्ट अपने आप रिफ्रेश नहीं होती है. कृपया उक्त दोनों समस्याओ पर ध्यान देने का प्रयास करे. धन्यवाद

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  13. इंतज़ार बहुत हो चुका, घूंघट उठाइये शुभकामनाओं के साथ।

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  14. एक अच्छा प्रयास और सराहनीय कदम.
    विश्‍वास का नया आयाम बने हमारीवाणी। यही शुभकामनाएं हैं।

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  15. बेहतर रहे। ब्लॉगवाणी के बाद हमारवाणी उसकी जगह ले. उम्मीद है. बेहतर प्रयास होगा औऱ सफल होगा।

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  16. Are bhai baaki sub theek hai magar aapka server bahut slow hai jara es par kaam kare . Hamara blog jodne ke liye sukriya .

    Editor
    sushil Gangwar
    www.sakshatkar.com
    www.tahelka.co.in

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  17. मेरी पोस्ट हमारी वाणी पर नही दिख रही। क्या करूँ? धन्यवाद।

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  18. hamari vani hindi prem ko badhava denevala mahatvapurna madyama laga.

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